शहामतगंज ओवर ब्रिज के लोकार्पण में भाजपा की खेमेबाजी खुलकर सामने आई. ओवर ब्रिज के लोकार्पण के पत्थर पर प्रशासन ने राजेश अग्रवाल का नाम बड़े-बड़े अक्षरों में लिखवा दिया.
जबकि केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और धर्मपाल सिंह का नाम छोटे अक्षरों में खोदा गया. इतना ही मेयर उमेश गौतम का नाम तो पत्थर के सबसे नीचे बहुत छोटे-छोटे अक्षरों में लिखा गया.
शहर विधायक अरुण कुमार का नाम तो पत्थर से गायब ही कर दिया गया. लोकार्पण शुरू होने से पहले किसी तरह प्रशासन ने सेतु निगम अफसरों के जरिए प्लास्टिक की नई सीट तैयार कराई.
पत्थर जैसी दिखाई देने वाली प्लास्टिक सीट का लोकार्पण के पत्थर पर लगाया गया. नई सीट पर संतोष गंगवार और राजेश अग्रवाल के नाम एक साइज में लिखवाए गए.
मेयर उमेश गौतम और सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह के साथ नगर विधायक अरुण कुमार का नाम नीचे के लाइन में समान आकार में दर्ज कराया गया.
नई सीट को पत्थर की जगह पर चिपकाया गया.नई सीट बनने के बाद किसी तरह संतोष गंगवार खेमे के तल्ख तेवर शांत हुए.
पत्थर की राजनीति देख अफसर भी सकते में गए. अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि शहामतगंज ओवर ब्रिज के लोकार्पण का पत्थर अफसरों ने लखनऊ में तैयार कराया गया था.