रजिस्ट्रेशन फार्म में फेरबदल कर एडमिशन में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए रुहेलखंड विवि क्यूआर कोड की मदद लेगा. इसके बाद भी कोई छात्र हेराफेरी करेगा तो क्यूआर कोड में दर्ज सूचना के आधार पर पड़का जाएगा. विवि ने ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में क्यूआर कोड व्यवस्था लागू करने जा रहा है.
रुहेलखंड विवि स्नातक व परास्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पंद्रह अप्रैल बाद शुरू करेगा. इसको लेकर एजेंसी का चयन किया जाना बाकी है. कई एजेंसियों से डेमो भी लिया गया है.
ऑनलाइन फार्म भरने के बाद छात्रों को जो पंजीकरण फार्म मिलेगा उसपर क्यूआर कोड होगा. इस कोड में छात्र की पूरी डिटेल अंकित होगी और क्यूआर कोड रीडर की मदद से स्कैन कर डिटेल का पता लगाया जा सकेगा.
दरअसल यह व्यवस्था पिछले साल पंजीकरण फार्म में हेराफेरी कर कुछ दाखिले हो गए थे. हालांकि डाटा लॉक के दौरान बाद में यह मामले पकड़ में आए. अब ऐसा नहीं हो सकेगा और शक होने पर कॉलेज रजिस्ट्रेशन फार्म का सत्यापन कर सकेगा. साथ ही एडमिशन के बाद तत्काल डाटा लॉक भी कॉलेज को करना होगा.
पंद्रह कॉलेजों में एडमिशन के लिए जमा कर सकेंगे फार्म
रुहेलखंड विवि इस बार केवल पंजीकरण कराएगा और मेरिट कॉलेज बनाकर दाखिला लेंगे. विवि प्रशासन पिछले साल जहां छह कॉलेजों में एडमिशन का विकल्प दिया था वहीं इस बार इसे बढ़ाकर अधिकतम 15 करने की तैयारी है.
हालांकि इसको लेकर अभी प्रवेश समिति की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा. विवि प्रशासन का कहना है कि आवेदन की सीमा बढ़ाने का फैसला छात्रहित में लिया गया है.